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Showing posts from September, 2020

Lyrics Wiki Blog 21: Interviewer के सवालों के उलूल जुलूल जवाब, उसके बाद उनकी याद बेहिसाब

Interviewer की ओर से, उलूल जुलूल सवाल से उठ रहे है, वो समझेंगे या नही, ऐसी उलझनों से सराबोर, मन में भी सवाल जुट रहे है। उनको समझाने में, रूह भी बेचैन हो रही है, कुछ बोलना चाहूँ, तो  बात ही  कुछ और निकल रही है। ख़ौफ़ न जाने इस कदर सता रहा है, पूछ तो लेते है सब, This is done from my side..., हर कोई कहे जा रहा है। ये Interview भी कोई, वैवाहिक तफ़सीसी से कम नही लग रहा, इस बात से फिर याद आया, याद तो बहुत उनकी आती है, अब उनके बिन दिल भी नही लग रहा। बात भी देखों, कहाँ से कहाँ पहुँच जाती है, बेजुबां बाते भी लिखावट में छा जाती है, अब तो उनकी याद यादों में ही सिमट जाती है। ऐसा कुछ हुआ नही, और ऐसा कुछ भी हो, दुआ नही है, इश्क़ एक दफा तुमको भी हो, ये बुरा नही है। उनकी भी कई दिनों से, अब तक कोई खबर नही, इस बात से तो वो भी बेखबर नही, अब बहुत हुआ दिख भी जाओ, अब सब्र नही। -------------------------------------------------------------- अजय गंगवार 10-Sep-2020 2:45 PM #loveUzindgi #ajayapril1991 ---------------------------

Lyrics Wiki Blog 20 : जाने वाले हमारी महफ़िल से

जाने वाले हमारी महफ़िल से, चाँद तारों को साथ लेता जा, हम ख़िज़ाँ से निबाह कर लेंगे, तू बहारों को साथ लेता जा। ***

Lyrics Wiki Blog 20 : कौन कहता है, कि बुढ़ापे में सिलसिले नहीं होते।

कौन कहता है, कि बुढ़ापे में सिलसिले नहीं होते।